आम महफिलों को खास कर लिया करते,
हम मुस्कुराकर, आदाब कर लिया करते हैं।
अब मनचला कहिए या पागल जानिए हमें,
खुद ही से खफा हैं, खुद से बात कर लिया करते।
जो मुस्कुराकर देखता हूँ माँ को एक नजर,
पतझड़ भी, खुद शादाब कर लिया करते हैं।
मोहब्बत हम करते, तो सीने लेट कर करते,
आप तो बस इशारों में बात कर लिया करते हैं।
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